इनसे सस्ते प्रोजेक्ट कोई और स्पेस एजेंसी नहीं बन पाती । इसलिए हमें हमारे इसरो के साइंटिस्ट को धन्यवाद करना चाहिए ।
कि वह इतने कम बजट में भी इतने अच्छे अच्छे प्रोजेक्ट बनाते हैं और दिन रात मेहनत करते हैं।
ISRO प्रमुख के रूप में एस सोमनाथ का कार्यकाल खत्म हो रहा है.
वी नारायणन नए ISRO प्रमुख होंगे. 14 जनवरी को वो अपना पद संभालेंगे.
एस. सोमनाथ के कार्यकाल में भारत, वैश्विक अंतरिक्ष शक्ति बनने की तरफ एक और कदम बढ़ाया.
उनके नेतृत्व में, इसरो ने सफल चंद्रयान-3 मिशन, आदित्य-एल1 सौर मिशन और गगनयान परियोजना में अभूतपूर्व प्रगति जैसे ऐतिहासिक मील के पत्थर हासिल किए.
उनके विजन ने अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की स्थिति को मजबूत किया.
अंतरिक्ष के क्षेत्र में राष्ट्र की सेवा के लिए हम सब उनका आभार प्रकट करते हैं.
हमें हमारे इसरो के साइंटिस्टों को ज्यादा से ज्यादा सपोर्ट करना चाहिए जिससे कि वह और ज्यादा मेहनत करें और अच्छे-अच्छे प्रोजेक्ट बनाएं और हमारा देश का नाम ऊंचा करें जिससे कि हमें भी सुविधा अच्छी मिल पाए और हमारी सेवा को भी अच्छी सुविधा मिल पाई।